पाठकों से निवेदन

इस ब्लोग पर तंत्र, मंत्र, ज्योतिष, वास्तु व अध्यातम के क्षेत्र की जानकारी निस्वार्थ भाव से मानव मात्र के कल्याण के उद्देश्य से दी जाती है तथा मैं कोई भी फीस या चन्दा स्वीकार नहीं करता हुं तथा न हीं दक्षिणा लेकर अनुष्ठान आदि करता हुं ब्लोग पर बताये सभी उपाय आप स्वंय करेगें तो ही लाभ होगा या आपका कोई निकट संबधी निस्वार्थ भाव से आपके लिये करे तो लाभ होगा।
साईं बाबा तथा रामकृष्ण परमहंस मेरे आदर्श है तथा ब्लोग लेखक सबका मालिक एक है के सिद्धान्त में दृढ़ विश्वास रखकर सभी धर्मों व सभी देवी देवताओं को मानता है।इसलिये इस ब्लोग पर सभी धर्मो में बताये गये उपाय दिये जाते हैं आप भी किसी भी देवी देवता को मानते हो उपाय जिस देवी देवता का बताया जावे उसको इसी भाव से करें कि जैसे पखां,बल्ब,फ्रिज अलग अलग कार्य करते हैं परन्तु सभी चलते बिजली की शक्ति से हैं इसी प्रकार इश्वर की शक्ति से संचालित किसी भी देवी देवता की भक्ति करना उसी शाश्वत निराकार उर्जा की भक्ति ही है।आपकी राय,सुझाव व प्रश्न सीधे mahesh2073@yahoo.comपर मेल कीये जा सकते है।

Sunday, August 30, 2009

भीष्म पितामह के उपदेश मानिये व लम्बा स्वस्थ जीवन पाईये


जब भीष्म पितामह मृत्यू शैया पर थे तब युधिष्टर ने उनकी लम्बी आयु व स्वस्थ जीवन के रहस्य जानने के लिये उपदेश देने की प्रार्थना की तब भीष्म पितामह ने निम्न 12 बिन्दु बताये जो आज भी प्रासंगिक व मानने योग्य हैं।

1. मन को वश में रखना

2. घमंड नहीं करना

3. विषयों की ओर बढ़ती हुयी इच्छाओं को रोकना

4. कटु वचन सुनकर भी उतर नहीं देना

5. मार खाने पर भी शांत व सम रहना

6. अतिथि व लाचार को आश्रय देना

7. दुसरों की निन्दा न करना न सुनना

8. नियमपूर्वक शास्त्र पढ़ना व सुनना

9. दिन में नहीं सोना

10. स्वंय आदर न चाहकर दूसरों को आदर देना

11. क्रोध के वशीभूत मत होना

12. स्वाद के लिये नहीं स्वास्थ्य के लिये भोजन करना

आप इनमें से कितनी बातों को अपनाते हैं इससे पर आपकी शारीरिक व मानसिक शान्ति का स्कोर तय होता है मैं तो अभी तक 12 में से सिर्फ 3 बिन्दु अपना पाया हुं शेष के लिये प्रयास जारी है।आप कितने अपना पाये हैं बतायें।...............

Wednesday, August 26, 2009

चश्मा हटाने के लिये चाक्षुषोपनिषद


यह चाक्षुषोपनिषद सन्त आसाराम जी बापू की आरोग्य निधि पुस्तक में दी गयी है वहां से संक्षेप में इसका उद्वरण आम जन के हित के लिये किया जा रहा है।बापू जी कहते हैं कि जो कोई इस चाक्षुष्मति विधा का नित्य पाठ करता है उसको नेत्र रोग नहीं होते हैं तथा उसके कुल में कोई भी अन्धा नहीं होता है।

आप इस चाक्षुषी विधा का पाठ करके अपना चश्मा हटा सकते हैं चश्मा हटाने पर पूर्ण विवरण मैने मेरे मूल अंग्रेजी के ब्लोग पर निम्न लिंक पर दिया है कृपया वहां से पढ़ें यहां केवल चाक्षुषोपनिषद का वर्णन दिया जा रहा है।
http://popati.blogspot.com/2009/08/how-to-get-rid-glasses-spectacles-or.html
विनियोगः- हथेली में जल लेकर निम्न विनियोग मन्त्र बोलें तथा जल धरती पर गिरा देवें।ॐ अस्याश्चाक्षुषी विधाया अर्हिबुर्धन्य ऋषि । गायत्री छन्द । सूर्यो देवता । चक्षुरोगनिवृतये जपे विनियोगा ।

पाठः- फिर निम्न पाठ करें

ॐ चक्षुः चक्षुः तेज स्थिरो भव । मां पाहि पाहि । चक्षु रोगान शमय शमय । मम जातरूपं तेजो दर्शय दर्शय यथा अह अन्धो न स्यां तथा कल्पय कल्पय । कल्याणं कुरू कुरू याति मम पूर्वजन्मोपार्जितानी चक्षु प्रतिरोधक दुष्कृतानि सर्वाणी निर्मूल्य निर्मूल्य । ॐ मम चक्षुस्तेजोदात्रे दिव्याय भास्कराय । ॐ नम करूणाकराय अमृताय ॐ नमः सूर्याय ॐ नम भगवते सूर्याक्षि तेजसे नमः।खेचराय नमः । महते नमः । रजसे नमः । तमसे नमः । असतो मा सदगम्य तमसो मा ज्योर्तिगम्य ।मृत्र्यो मा अमृतं गमय ।उष्णो भगवांछुचिरूपः हसांे भगवान शुचिप्रति-प्रतिरूप । य इमां चाक्षुष्मति विधां ब्राहमणो नित्यमधीते न तस्याक्षिरोगो भवति न तस्य कुले अन्धो भवति । अष्टौ ब्राहमणान सम्यग ग्राहयित्वा विधा सिद्धिर्भवति।ॐ नमो भगवते आदित्याय अहोवाहिनी अहोवाहिनी स्वाहा।
चश्मा हटाने पर पूर्ण विवरण मैने मेरे मूल अंग्रेजी के ब्लोग पर निम्न लिंक पर दिया है कृपया वहां से पढ़ें

Monday, August 24, 2009

हकलाहट तुतलाहट का ज्योतिष के अनुसार कारण व निवारण


ज्योतिष में वाणी संबधि दोषों का कारण बुध ग्रह की प्रतिकुलता माना गया है। अतः बुध ग्रह का अनुभूत मन्त्र पेश है जिसका जाप कर हकलाहट तुतलाहट के रोगी अनुभव कर सकते हैं कि क्या वास्तव में वाणी दोष का कारण बुध का दोष था।

।।ॐ नजगजीक्षस्वामी ॐ नजगजीक्षस्वामी ।। (दो उच्चारण का एक मन्त्र हुआ)
इस मंत्र का जाप गणेश जी के सामने रोज 108 बार करें आप पहले दिन से ही 25 प्रतिशत फायदा देखेगें तथा धीरे धीरे पूर्ण फायदा देखेगें परन्तु ज्यादा ओप्टीमिस्टीक ना हों नार्मल व्यक्ति भी 10-15 प्रतिशत परिस्थिती के अनुसार अटक जाता है परन्तु वो इससे वहम नहीं करता।

अन्य उपाय भी करें जैसे 20 मिनट अनुलोम विलोम व प्रथम अक्षर लम्बा उच्चारित करना जिसे मैने मेरे मूल अंग्रेजी के ब्लोग में निम्न लिकं पर सरल अंग्रेजी में समझाया है भी पढ़ कर अपनायें तथा वाणी दोष समाप्त करें

Saturday, August 22, 2009

गणेश चतुर्थी की धन सम्पदा बढ़ाने वाली पूजा विधि


आईये आपको गणेश चतुर्थी के दिन की जाने वाली एक सरल व छोटी सी पूजा बतायें जिससे आप पर ऋण हो तो दुर होकर अन्न धन्न के भंडार भर जावेगें।

एक गणेश जी की फोटो या मूर्ति लेवें वो भी नहीं मिले तो इस ब्लोग पर दिया चित्र चलेगा। उनके आगे 21 दुर्वा चढावें। तथा 5 मोदक या मोतीचुर के लडडू रखें तथा गाय के घी का दीपक करें गाय का घी नहीं मिले तो देसी घी कोई भी ले लेवें।हाथ जोड़कर श्रद्धा से यह श्लोक पढ़ें।

ॐ नमो विध्नराजाय सर्व सौख्य प्रदायिने दुष्टारिष्ट विनाशाय पराय परमात्मने लम्बोदरं महावीर्य नागयज्ञोपशोभितम अर्ध चन्द्रम धरम देवं विघ्न व्यूह विनाशनम ॐ ह्रां ह्रीं हु् हें हों हं हेरम्बाय नमों नमः सर्व सिद्धि प्रदोसी तवं सिद्धि बुद्धि प्रदो भव चिन्तितार्थ प्रदस्तवं ही स्ततं मोदक प्रियः सिन्दुरारेण वस्त्रेच पुजितो वरदायक इदं गणपति स्त्रोतं य पठेद भक्तिमान नरः तस्य देहं च गेंह च स्वंय लक्ष्मीने मुच्यनति ॐ।।

फिर 21 बार यह मन्त्र पढें

।।ॐ नजगजीक्षस्वामी ॐ नजगजीक्षस्वामी ।। (दो उच्चारण का एक मन्त्र हुआ)

बस लडडुओं का एक टुकड़ा अग्नि में भोग लगाकर बाकी लडडु प्रसाद में ले सकते हैं।

Thursday, August 20, 2009

बवासीर का मन्त्र द्वारा 100 प्रतिशत सफल उपचार Piles treatment by Mantra


बवासीर का मन्त्रोपचार भी है तथा मेरी माता जी को काफी समय से बवासीर की पीड़ा थी और मैने इस मंत्र का प्रयोग करवाया तो प्रथम दिन से ही 10 प्रतिशत आराम मिला और एक माह में बवासीर पूर्ण स्वस्थ हो गयी।

इसके अलावा भी मैने और लोगों को बताया है किसी ने भी यह नहीं कहा कि मेरी बवासीर मन्त्र पढ़ने के बाद भी ठीक नहीं हुयी हां दो आलसियों ने मन्त्र ही नहीं किया तथा यह कहा कि इससे कोई ठीक थोड़े ही होता होगा उनका तो क्या उपचार है?

आप या आपके संबधि के बवासीर हो तो यह मन्त्र प्रयोग करवा कर भारतिय विज्ञान का चम्तकार देखें यह मन्त्र खुनी और बादी दोनो बवासीर पर काम करता है तथा यहां तक लिखा है कि कोई इसका लाख बार जाप करले तो उसके वंश में किसी को बवासीर नहीं हो सकती है।यहां पर बवासीर के रोगी को तो खाली 21 बार रोज ही जाप करना है।

रोज रात को पानी रखकर सोवे तथा सुबह उठकर इस मन्त्र से 21 बार अभिमंत्रित करे तथा अभिमंत्रित करने के पश्चात उससे गुदा को धोना है।यहां यह भी प्रावधान है कि इस मन्त्र को जानने वाला यदि बवासीर के रोगी को मन्त्र नहीं बताएगा और रोगी पीड़ा भुगत रहा है तो मन्त्र जानने वाले को 12 ब्रहमहत्या का पाप लगता है।

बवासीर वालों से निवेदन है कि पहले दिन कोई लाभ न भी हो तो भी भगवान पर विश्वास रखकर सात दिन जरूर करें जरूर जरूर लाभ होगा एक माह लगातार करने से कुछ रोगी तो इतने ठीक हो जाते हैं कि जैसे उनको बवासीर थी या नहीं यह मंत्र भगंदर पर भी काम करता है।

मन्त्रः- ॐ काका कता क्रोरी कर्ता ॐ कर्ता से होय यरसना दश हंस प्रगटे खुनी बादी बवासीर न होय मन्त्र जानकर न बतावे तो द्वाद्वश ब्रहम हत्या का पाप होय लाख पढ़े उसके वंश में न होय शब्द सांचा पिण्ड काचा फुरो मन्त्र इश्वरो वाचा

बवासीर के बारे में अन्य उपचार मैने मेरे मूल अंग्रेजी के ब्लॉग http://popati.blogspot.com/ पर निम्न लिंक पर दिये हैं वहां से पढ़कर कृपया लाभ उठायें

Sunday, August 16, 2009

महेश चन्द्र कौशिक की डुगडुगी की वापसी

आज से 3.4 महिने पहले मेरा एक हिन्दी ब्लोग पर महेश चन्द्र कौशिक की डुगडुगी के नाम से चलता था जिसे मैने गुगल के एड सेन्स के विज्ञापनों के लिये हिन्दी से हटाकर शुद्व अंग्रेजी का कर दिया तथा विषय भी तंत्र मंत्र के स्थान पर खाली शेयर बाजार पर केन्द्रीत कर दिया था।
link of this stock market blog is
http://www.maheshkaushik.com/
परन्तु आप पाठकों के प्रेम के चलते मुझे डुगडुगी वापस लाने पर मजबुर होना पड़ा है। यह केवल स्वागत पोस्ट है। शीघ्र ही आप पहले की तरह प्रमाणिक जानकारियों वाली नयी नयी पोस्ट ज्योतिष तंत्र मंत्र आयुर्वेद विषयों पर पढ़ सकेगें।
Next:-
 बवासीर का मन्त्र द्वारा 100 प्रतिशत सफल उपचार
Piles or Haemorrhoids Treatment by Mantra 

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